Monday, September 12, 2011

किसका कुसूर है...

बीते पल की परछाइयां
वो लम्हे वो रुस्वाइयां
क्यों हैं ये तन्हाइयां
किसका कुसूर है

दर्द की मक्कारियां
इश्क की नाकामियाँ
खिज्र की दुश्वारियां
किसका कुसूर है

ये अश्को की आबादियाँ
वफ़ा की खुश्क वादियाँ
रूहानी रिश्तो की कब्रें
जिस्मानी हक की शादियाँ
किसका कुसूर है

ये इल्जामों की गवाहियां
ये वक़्त की सफाइयां
इंसानों की खुदाइयां
किसका कुसूर है

ख्यालो की सरगोशियाँ
मेरे दिल की खाना बदोशियाँ
ये गुरूर ये बेहोशियाँ
किसका कुसूर है



"कशमकश हैं ,कोशिशें हैं,कामयाबी दूर है....
ज़िन्दगी है या जुआ है,'बेखुद' ये जुआ भी खूब है...
कोशिशें हैं मंजिलें हैं ,राह आसां पर नहीं,
एक दिन तो मिल ही लेंगे ये मंसूबा भी खूब है..."

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